कुरुक्षेत्र के मुख्य समाचार:मुनीश परासर

कुरुक्षेत्र को पॉलिथीन मुक्त करने के लिए पॉलिथीन का प्रयोग करने वालो पर कसा जाएगा शिकंजा:फुलिया
थानेसर नप ने 132 चालान कर वसूला 95 हजार 500 का जुर्माना, पिहोवा नपा ने भी किए 22 चालान, सडक़ों पर निर्माण सामग्री डालने वालों की खैर नहीं, नप से 1 हजार रुपए ट्राली किराए पर लेकर उठवा सकते निर्माण सामग्री का समान, जिले के शहरी क्षेत्र में हर घर से एकत्रित करना है कचरा, 31 अगस्त तक की जाए एनजीटी के हर आदेश की पालना
कुरुक्षेत्र 9 अगस्त उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने कहा कि कुरुक्षेत्र को पॉलिथीनमुक्त जिला बनाना है, इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए नगर परिषद और नगर पालिकाओं के अधिकारियों को पॉलिथीन रखने वाले और पॉलिथीन का प्रयोग करने वाले लोगों पर शिकंजा कसना होगा तथा आदेशों की अवहेलना करने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई भी अमल लानी होगी। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र जिले में 31 अगस्त 2019 तक एनजीटी के एक-एक आदेश कि पालना करनी होगी और इस मामले में जो भी अधिकारी लापरवाही बरतेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वे शुक्रवार को लघु सचिवालय एनआईसी कार्यालय में एनजीटी के आदेशों की पालना को लेकर विभिन्न विषयों पर नप व नगर पालिकाओं के अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों को एनजीटी के आदेशों की पालना करवाने के आदेश दिए और अभी तक किए गए कार्यो की फीडबैक रिपोर्ट भी हासिल की है। उपायुक्त ने कहा कि कुरुक्षेत्र को पॉलिथीन मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया है, इस अभियान के तहत थानेसर नगर परिषद में 132 चालान करके 95 हजार 500 रुपए का जुर्माना वसूला किया है। इसी तरह लाडवा नगर पालिका ने तक 56 चालान करके 62 हजार रुपए का जुर्माना किया है। इस्माईलाबाद नगर पालिका की तरफ से हर माह चालान किए जा रहे है और नगर पालिका पिहोवा द्वारा 22 चालान किए गए है।
एनजीटी के आदेशों के अनुसार थानेसर सहित सभी नगर पालिकाओं में घर-घर से कूड़ा-कचरा एकत्रित किया जा रहा है। इसके लिए पर्याप्त साधनों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में गीले और सुखे कचरे का अलग से निपटान किया जा रहा है। थानेसर में 30 डम्पर गीले कचरे के लिए और 30 डम्पर सुखे कचरे के लिए लगाए गए है। इसी तरह सभी शहरों में इस प्रकार की व्यवस्था की जा रही है। थानेसर शहर में कार्मिशियल क्षेत्र में 1490 छोटे डस्टबीन रखे गए है, शाहबाद में हर 100 मीटर के बाद डस्टबीन रखा गया है और लाडवा में 120 तथा पिहोवा में हर 100 मीटर के बाद छोटा डस्टबीन रखा गया है।
उपायुक्त ने कहा कि थानेसर शहर के कार्मिशियल क्षेत्र को रात्रि के समय साफ करने के लिए 50 डम्पर लगाए गए है। यह कर्मचारी रोजाना रात्रि के समय सफाई का कार्य करते है। इसी तरह सभी अधिकारियों को व्यवसायिक क्षेत्र के साथ-साथ रिहायशी क्षेत्रों को स्वच्छ बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में नियुक्ति की जाए और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए। उन्होंने कहा कि सभी नगर पालिकाओं को डम्पिंग स्थल पर कचरे का उचित प्रबंध करने के लिए दवाई डालने के साथ-साथ उचित व्यवस्था की जाए ताकि आसपास के क्षेत्रवासियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। इसके अलावा शहरों में सडक़ों पर किसी भी तरह की निर्माण सामग्री नजर नहीं आनी चाहिए। नगर परिषद थानेसर ने लोगों को वेस्ट निर्माण सामग्री को उठाने के लिए 1 हजार रुपए प्रति ट्राली मुहैया करवाने की सुविधा भी दी है, यह ट्राली निर्माण सामग्री को बाहरी मौहल्ला में निर्धारित किए स्थल पर डालेगी।
उन्होंने कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट का उठान करने के लिए रुद्राक्ष कम्पनी कार्य कर रही है, लेकिन अधिकारियों को इस कम्पनी पर नजर रखनी होगी। इसके साथ ही ई-वेस्ट मैनेजमेंट के लिए शीघ्र ही इलेक्ट्रोनिक और मोबाईल फोन का काम करने वाले दुकानदारों की एक बैठक बुलाई जाए ताकि ई-वेस्ट का किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी में सीवरेज का पानी जाने से रोकने के लिए नगर परिषद थानेसर द्वारा कार्य किया जा रहा है। इस नदी में 22 जगहों से पानी जा रहा था, इसमें से 18 जगहों को बंद कर दिया गया है और 4 जगहों पर तेजी से कार्य चल रहा है। इस कार्य पर करीब 80 लाख रुपए खर्च होगा। इसी तरह शाहबाद, लाडवा और पिहोवा में भी कार्य किया जा रहा है। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त पार्थ गुप्ता, लाडवा एसडीएम एवं नगराधीश अनिल यादव, पिहोवा एसडीएम डा. संजय कुमार, नप सचिव केएल बठला सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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प्रकृति से मिले उपहार जल को बचाना सबका नैतिक कर्तव्य:फुलिया
डीसी ने किसान मेले व जल शक्ति अभियान के जिलास्तरीय कार्यक्रम का किया शुभारम्भ, हजारों किसानों को दिए जल बचाने के टिप्स, कृषि वैज्ञानिकों ने फसल विविधिकरण के बारे में दी विस्तार से जानकारी, उपायुक्त ने किसानों को जल सरंक्षण की दिलाई शपथ
कुरुक्षेत्र 9 अगस्त उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने कहा कि जल प्रकृति से मिला एक निशुल्क उपहार है, जिसका कोई विकल्प नहीं है। इस अनमोल उपहार को बचाकर रखना समाज के प्रत्येक नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। इस कर्तव्य को पूरा करने के लिए सभी को पानी बचाने और पानी का सदुपयोग करने का संकल्प लेना होगा, अन्यथा भविष्य में पीने के लिए पानी भी नहीं बचेगा।
वे शुक्रवार को पिपली-लाडवा रोड़ पर स्थित सिमरन पैलेस में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की तरफ से जल शक्ति अभियान एवं किसान मेले के जिलास्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने विधिवत रुप से जिलास्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ किया और सभी किसानों को पानी बचाने और पानी का सदुपयोग करने की शपथ भी दिलाई। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि आज पूरे देश में जल संकट की समस्या सामने आ रही है। इस समस्या का समय रहते समाधान निकालना बहुत जरुरी है। इसका समाधान निकालने के लिए आम नागरिक खासकर किसानों का सहयोग बहुत जरुरी है। भविष्य में लोगों को जल संकट की समस्या से जुझना ना पड़े इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल शक्ति अभियान और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जल ही जीवन अभियान को शुरु करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि हम सबको को मिलकर पौधे लगाने चाहिए, पौधे लगेेंगे तभी पर्यावरण को बढ़ावा मिलेगा, पानी को बचाना है, तभी आने वाली पीढिय़ों के लिए जल संकट नहीं होगा। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान पर बोलते हुए कहा कि जहां बेटी का सम्मान नहीं होता है, वह समाज तरक्की नहीं कर सकता है। पहले लिंगानुपात काफी नीचे था, लेकिन इस अभियान के बाद लिंगानुपात में काफी सुधार आया है, अब वह दिन दूर नहीं जब 1 हजार लडक़ों के पीछे 1 हजार लड़कियां होंगी। उन्होंने कहा कि बेटी को बराबर का दर्जा दे, आज के समय में बेटियां हर क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर है। इस मौके पर डीसी ने किसानों से जल शक्ति अभियान से सम्बन्धित प्रश्न भी किए तथा उनके उत्तर सुनने के बाद विषयों को विस्तार से बताया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में एडीसी पार्थ गुप्ता ने कहा कि हम सब आर्थिक आधार पर तुलना की बात करते है, लेकिन सामाजिक व पर्यावरण के विषय में बात नहीं करते है। कुछ चीजे बहुमुल्य होती है, जैसे हम सब पैसों के बारे में सोचते है, इसी तरह से हमें पानी बचाने के बारे में भी गहनता से सोचना चाहिए। अगर हम पानी नहीं बचाएंगे तो आने वाली पीढिय़ों को समस्या होगी और अगले 20 सालों के बाद पैसों से भी पानी नहीं मिलेगा। इसलिए पानी की एक-एक बंूद को बचाए तथा खूब पौधे लगाए व पर्यावरण को बचाए। उन्होंने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के बारे में भी विस्तार से बातचीत की। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. प्रदीप मिल ने किसानों का स्वागत करते हुए कहा कृषि विभाग की तरफ से पानी को बचाने और सरंक्षण करने के लिए युद्घस्तर पर काम किया जा रहा है, कहीं पर वाटर रिचार्ज सिस्टम लगाए जा रहे और कहीं पर ड्रिप इरीगेशन के जरिए पानी को बचाने के प्रति जागरुक किया जा रहा है। विभाग की तरफ से किसानों को मक्का और अरहर की फसल लगाने के प्रति प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसान मेले हर ब्लाक में लग चुके है तथा गांवों में किसान मेलों का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम को जल शक्ति अभियान के कार्य के निरीक्षण के लिए आए केन्द्र से आए किसान एवं कल्याण विभाग के उप सचिव प्रेम नारायण शुक्ला और वाटर रिसार्सिज मंत्रालय की वरिष्ठï वैज्ञानिक धर्मशिला ने भी सम्बोधित किया। कृषि विज्ञान केन्द्र से वरिष्ठï वैज्ञानिक डा. हरिओम, डा. जेएन भाटिया और डा. भटनागर ने भी जल शक्ति अभियान के तहत किसानों को पानी बचाने के लिए फसल विविधिकरण को अपनाकर धान की बजाए अन्य फसले लगाने की सलाह दी है। कार्यक्रम में डीसी व एडीसी को विभाग की तरफ से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर एसडीओ शशीपाल शर्मा सहित अन्य अधिकारी व करीब 1200 किसान मौजूद थे।
डीएलएसए ने जागरुकता शिविरों के माध्यम से विद्यार्थियों को किया जागरुक
कुरुक्षेत्र 9 अगस्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से विशेष कानूनी जागरुकता शिविरों का आयोजन करके विद्यार्थियों व आमजन को अपृश्यता व दहेज प्रथा एक अभिशाप विषय पर जानकारी देकर जागरुक किया जा रहा है। इसके साथ-साथ विद्यार्थियों को चाईल्ड हेल्पलाईन नम्बर 1098, महिला हेल्प लाईन नम्बर 1091, राष्टï्रीय महिला हेल्प लाईन नम्बर 181, नशे के दुष्प्रभाव, यौन शोषण व मानव तस्करी, बाल मजदूरी पर प्रतिबंध, नि:शुल्क कानूनी सहायता, महिलाओं के अधिकार, मंदबुद्घि व मानसिक रुप से पीडि़तों को कानूनी सहायता आदि विषय बारे जानकारी देकर जागरुक किया जा रहा है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम डा. कविता काम्बोज ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से एक विशेष कानूनी साक्षरता शिविर का आयोजन राजकीय सीनियर सैंकेडरी स्कूल डींग (शाहबाद) में किया गया। इस शिविर में पैनल के अधिवक्ता हिमांशु अग्रवाल व पीएलवी रमन कुमार ने विद्यार्थियों को अपृश्याता, दहेज प्रथा एक अभिशाप, घरेलू ङ्क्षहसा के बारे में कानूनी जानकारी देकर जागरुक किया गया।