3000 से भी अधिक बच्चो को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाई।
फरीदाबाद, 08 अगस्त। (मातृभूमि संदेश News) राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा की जूनियर रेड क्रॉस और सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड ने प्राचार्या नीलम कौशिक की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मनाए जा रहे नेशनल डी-वॉर्मिंग-डे के मौके पर विद्यालय के &0&5 ब‘चों को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाई गई। इस मौके पर अंग्रेजी प्रवक्ता व् ब्रिगेड प्रभारी रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि पेट में कीड़े होने से ब‘चों का शारीरिक और मानसिक विस्तार रुक जाता है। इस कारण ब‘चों के पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाई जानी जरुरी हैं। उन्होंने बताया कि जिसके अंतर्गत 1 से 19 साल तक के ब‘चों को पेट के कीड़े मारने वाली गोलियां खिलाईं जातीं हैं। रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि हर ब‘चे को पेट की बीमारियों से बचने के लिए रोटी खाने से पहला अपने हाथ साबुन के साथ धोकर साफ कर लेने चाहिए, फलों और खाने वाली चीजें हमेशा साफ खानी चाहिए। ब्रिगेड प्रभारी रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने ब‘चों को साफ-सफाई रखने, अ‘छी तरह हाथ धोने के बारे में बताते हुए कहा कि अक्सर ब‘चों में पेट की बीमारियां हो जाती है, जिससे पेट में कीड़े हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त स्कूली विद्यार्थियों को बताया गया कि ब‘चों में आमतौर पर पेट के रोग हो जाते हैं जिस का कारण पेट में कीड़े होते हैं। जिससे एनीमिया, पेट में दर्द, थकावट, कमजोरी आदि हो जाती है। एल्बेंडाजोल की गोली स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्ष में दो बार दी जाती है। ताकि ब‘चा तंदरुस्त रहे। मनचन्दा ने बताया कि यह गोली खाने से अनीमिया से बचाव, पोष्टिक भोजन पचाने में ’यादा शक्ति व शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है उन्होंने यह भी बताया कि पेट के कीड़ों से बचने के लिए खुले में शौच न करें, हमेशा शौचालय का प्रयोग करें, अपना आस पास साफ रखें, जूते चप्पल पहनें। इस अवसर पर अंग्रेजी लेक्चरर विनोद बैसला और विद्यालय के सभी शिक्षकों ने ब‘चों को यह गोलियां खिलाई। प्राचार्या नीलम कौशिक, रविन्द्र कुमार मनचन्दा, रेनू शर्मा, विनोद बैसला तथा अन्य स्टाफ सदस्यों ने ब‘चों से कहा कि एल्बेंडाजोल गोलियां पेट के कृमियों का अंत करके स्वास्थ्य लाभ करने में बहुत ही कारगर हैं।