नेशनल लेवल सर्व टीओटी प्रोग्राम का आयोजन

फरीदाबाद, 21 अक्टूबर। इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी नेशनल हेड क्वार्टर दिल्ली के सेक्रेटरी जनरल आरके जैन आईएएस के आदेशानुसार नेशनल लेवल सर्व टीओटी प्रोग्राम का आयोजन इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी स्टेट ब्रांच दिल्ली में चार दिवसीय किया गया जिसका विधिवत उद्घाटन दिल्ली स्टेट के जनरल सेक्रेटरी ने 15 अक्टूबर को सुबह 9:00 बजे किया उसके बाद ब्रिटिश रेड क्रॉस से गोंजालो एड्रेस, पार्थसारथी ,मानस, ने सदन को संबोधित किया और डॉ वाली, डॉ बी एलएस, डॉ शर्मा, डॉ विनोद कुमार माहेश्वरी के द्वारा बेसिक फर्स्टएड, सीपीआर, चौकिंग, ब्लीडिंग, फ्रैक्चर ,बॉडी लैंग्वेज, एडल्ट लर्निंग ,मेथाडोलॉजी फॉरमैट, सिनेरियो बेस्ड कॉन्टेक्स्ट ट्रीटमेंट, स्पाइन इंजरी, ट्रांसपोर्ट आदि पर विस्तृत जानकारी दी गई उसके बाद 19 और 20 अक्टूबर 2019 को रेड क्रॉस सोसाइटी के ’वाइंट सेक्रेटरी डॉ वीर भूषण के दिशा निर्देशन में डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण डिजास्टर मैनेजमेंट की एडवाइजर डॉ रीना त्रिपाठी के द्वारा नेशनल हेड क्वार्टर की पांचवी मंजिल के कॉन्फ्रेंस रूम में आयोजित किया गया इसमें साइकोलॉजिस्ट डॉ मोना, डॉ तापस कुमार साह, डॉ ऋषिकेश, डॉ अजीत, डॉ कुमार, डॉ एनके सिंह, डॉ आदिती कपूर, डॉ मुरसिद्धि के द्वारा दिया गया जोकि अत्यंत शिक्षाप्रद और लाभदायक रहा इस कार्यक्रम की क्लोजिंग ब्लड बैंक और सेंट जॉन एंबुलेंस इंडिया की डायरेक्टर डॉ वनश्रीसिंह के द्वारा किया गया इस अवसर पर देश की सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक प्रोफ़ेसर एमपी सिंह के द्वारा लिखित पुस्तक बुजुर्गों और रोगियों की देखभाल का विमोचन किया गया जिसमें रोगी के सिर से लेकर पैर तक का निरीक्षण करना पट्टियों का बांधना, हड्डी टूट का उपचार करना, समय पर नाड़ी, तापमान और सास गति को जांचना समय पर डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाई गोली व खाना देना उनकी देखरेख करने के सभी तरीकों की विस्तृत जानकारी दी गई है जिसके लिए डॉ वनश्री सिंह ने कहा की आज के समय में यह पुस्तक अत्यंत लाभदायक है और इसे हम भी अपने यहां चलने वाले एडल्ट केयर प्रोग्राम में लगाएंगे उक्त कार्यक्रम में दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, सोनीपत, पानीपत, राजस्थान से &6 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें फरीदाबाद के जिला प्रशिक्षण अधिकारी ईशान कौशिक की विशेष भूमिका रही डॉ एमपी सिंह ने बताया कि सोशल इमरजेंसी रिस्पांस वॉलिंटियर या नहीं एसइआरबी कोर्स अत्यंत लाभदायक है इसके द्वारा तैयार किए गए मास्टर ट्रेनर अपने जिलों में प्रशासन के साथ मिलकर काम करेंगे और अपने नीचे हर जिले में 1000 वॉलिंटियर्स प्रशिक्षित करके जन कल्याण हेतु कार्य करेंगे आपदा के दौरान प्रशिक्षित टीम ही बेहतर कार्य कर सकती है यह नई पहल है और इसके लिए हिमाचल प्रदेश के मंडी का उदाहरण मॉडल के रूप में तैयार हो चुका है जिसको वहां के डिप्टी कमिश्नर ही लीड कर रहे हैं