मनुष्य योनि कर्मो की ऐसी सीढ़ी है जिस पर चढ़ भी सकता है नीचे आ भी सकता है- स्वामी भगत प्रकाश जी महाराज

पलवल: जवाहर नगर कैम्प स्थित प्रेम प्रकाश मङ्क्षदर में चल रहे वाॢषकोत्सव के दूसरे दिन बीती रात को प्रेम प्रकाश मण्डल के मण्डलाध्यक्ष सतगुरू भगत प्रकाश जी महाराज ने भक्तों को कहा कि मनुष्य योनि कर्मो की ऐसी सीढ़ी है जिस पर वह चढ़ भी सकता है, नीचे उतर भी सकता है। स्वामी जी ने समझाते हुए कहा कि नेक कर्म करता हुआ मनुष्य ऊपर की ओर उठ जाता है और जितने अच्छे कर्म करेगा, भगवान उसका उतना फल देता है। इसके अतिरिक्त और अधिक ऊंचाइयों पर कर्म करके ऊपर उठ गया तो मोक्ष को भी मनुष्य प्राप्त कर सकता है। उन्होने कहा कि इसी प्रकार मनुष्य गलत कर्मो को करता हुआ नीचे की ओर धकेला जाता है। उस इंसान को ऐसे-ऐसे पापों का फल भोगना पढ़ता है। स्वामी जी ने कहा कि मनुष्य तभी अच्छे कर्म तभी कर पाता है, जब उसे गुरू मिल जाता है। उन्होने कहा कि गुरू की कृपा से वह भव सागर को पार कर जाता है। तप के द्वारा आत्मा का परमात्मा से मिलन हो जाता है। स्वामी जी ने कहा कि आप भले ही अधिक ऊपर नही उठ पाओ परन्तु ऐसे कर्म तो करो कि थोड़ा ही ऊपर उठ जाओ, और धीरे-धीरे प्रयास करते जाओ कि आगे की ओर बढऩा है। इस अवसर पर सतसंग में मुख्य रूप से संजय छाबड़ा पार्षद, सुभाष गांधी पूर्व पार्षद, विरेन्द्र पाहूजा, मास्टर चुनीलाल पाहूजा, मास्टर उधोदास शर्मा, मुकन्दलाल सेठी, सुभाष सरदाना, अर्जुन लाल, अशोक मदान, बंटी सिंधानी, नरेश भगत, नरेश लाल, मोहनलाल, धर्मपाल अरोड़ा, राजू सेठी, पंकज सरदाना, मोहित बजाज व राजीव बतरा आदि नगर के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

फोटो प्रेषित हैं।- सतगुरू भगत प्रकाश जी महाराज सतसंग करते हुए व सतसंग में आयी हुई संगत