पटाखे पर रोक लगी तो सुप्रीम कोर्ट जाकर पटाखे फोड़गे- रोशन पाण्डेय
वाराणसी। आज दिनांक 16/10/2019 को वाराणसी के वरिष्ठ समाजसेवी रोशन पाण्डेय द्वारा कमच्छा स्थित वैजनत्था मंदिर में एक बैठक का आयोजन किया गया। पिछले कुछ सालों से उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जिस प्रकार से हिन्दू त्योहारो को टारगेट किया जा रहा है उससे क्षुब्ध होकर ये बैठक का आयोजन किया गया। रोशन पाण्डेय ने कहां कि दिपावली पर पटाखा बैन होना इससे हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत होने के साथ -साथ हमारी धार्मिक स्वतंत्रता का हनन है। जिसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। रोशन पाण्डेय ने कहां कि अगर हमेशा की तरह इस बार भी सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट द्वारा कहीं भी दिपावली पर्व पर पटाखे बैन किया गया तो हम अपनी टीम के साथ सुप्रीम कोर्ट परिसर में ही पटाखे फोड़ेगे। कोई नेता या शासन प्रशासन द्वारा दिपावली पर पटाखे जलाने पर प्रतिबंध किया गया तो हम उसके घर के सामने ही दिपावली में पटाखे जलाएंगे। इतना ही नहीं रोशन पाण्डेय ने अपनी बात आगे रखते हुए कहा कि क्या मैं पटाखों पर प्रतिबंध पर सवाल पूछ सकता हूं, आखिर क्यों सिर्फ हिंदू त्योहारों को निशाना बनाया जाता है? क्या बकरियों की कुर्बानी औ मोहर्रम में खून खराबे पर भी रोक लगेगी ?
बैठक में श्री राम पाण्डेय ने कहां कि जितने पटाखे नए साल पर जलाए जाते हैं उतने दिवाली पर नहीं। हिंदू परंपराओं पर सवाल करना यह एक तरीके से फैशन बन गया है। प्रदूषण की याद सबको हिंदू परंपराओं पर ही क्यों आती है? उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि कृपया पटाखे चलाऐं खूब पटाखे फोडें क्यों की ये त्यौहार ही पटाखों का है।
रही बात पर्यावरण की एक दीवाली की रात बारूद की महक से सारे मच्छरो और कई कीड़ों का सफाया हो जाता है।
इस मौके पर बैठक में रोशन पाण्डेय के साथ श्री राम पाण्डेय, उमाकांत तिवारी,सोनू दूबे, इन्द्रानंद झा,शिद्धार्थ पाण्डेय,दीपू पाण्डेय,अनुज द्ववेदी के साथ दर्जनों लोग
उपस्थित रहे।