पिता व सौतेली मां ने ही की थी डेढ़ वर्ष की बच्ची की हत्या

पलवल, 5 अक्टूबर। सौतेली मां व पिता ने नवरात्रों के पहले ही दिन 29 सितंबर को डेढ वर्ष की बच्ची सीने पर पैर रखकर हत्या कर दी, दो दिन शव को घर में छुपाए रखने के बाद जब बदबू होने लगी तो शव को नहर में फैंकने का प्लान बना लिया। एक अक्टूबर को सुबह करीब तीन बजे बच्ची की सौतेली मां व पिता ने शव को कंबल व नाइटी में लपेटकर बैग में रखा और नहर में फैंकने के लिए चल दिए, लेकिन जब कुत्तों ने भौंकना शुरू कर दिया तो गली के नुक्कड़ पर बैग को रखकर फरार हो गए। पुलिस ने शनिवार को दोनों को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया।
डीएसपी यशपाल खटाना ने बताया कि एक अक्टूबर को सुबह पुलिस को सूचना मिली कि शेखपुरा मौहल्ले में गली के नुक्कड़ पर बैग में एक बच्चे का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बैग में देखा तो उसमें करीब डेढ़ वर्ष की बच्ची का शव था। शव कंबल व नाइटी में लिप्टा हुआ था। पुलिस बैग में मिली नाइटी के आधार पर ही बच्ची के हत्यारों तक पहुंची। डीएसपी ने बताया कि जिला देवरीया निवासी दलिप शेखपुरा मौहल्ले में किराए के मकान में रहता है और खाती (कारपेंटर)का काम करता है। डेढ़ वर्ष पूर्व दलिप की पत्नी पुष्पा ने बच्ची को जन्म दिया, लेकिन जन्म देने के तुरंत बाद पुष्पा की मौत हो गई। पुष्पा की मौत के एक-दो माह बाद ही दलिप ने अपनी किसी रिस्तेदारी की रितू नामक लडक़ी से लैव मैरिज कर ली। शादी के बाद रितू ने एक बच्चे को जन्म दिया, जो फिल्हाल चार माह का बताया गया है। दलिप की दूसरी पत्नी रितू उसकी पहली पत्नी की डेढ़ वर्ष की बच्ची जुही से नफरत करती थी और रोजाना मारपीट करती थी। आरोपी पिता दलिप ने पुलिस पुछताछ में बताया कि उसने पहले नवरात्रों के पहले दिन 29 सिंतबर को उसने जुही को नहलाया और उसकी सौतेली मां रितू से कपड़े पहनाने के लिए कहा। लेकिन रितू ने उसे मारना पिटना शुरू कर दिया। दलिप ने पुलिस को बताया कि रितू ने पहले जुही के सिर पर झाडू मारा और उसके बाद लात मारकर मेरी तरफ फैंक दिया। दलित ने बताया कि उसने जुही के सीने पर पैर रख दिया तभी उसकी पत्नी रितू ने भी वहां आकर अपना पैर भी जुही के सीने पर रख दिया। जिससे मौके पर ही जुही की मौत हो गई। जुही की मौत के बाद 29 व 30 सितंबर को शव को कंबल में लपेटकर घर में ही रखा, लेकिन जब बदबू होने लगी तो दोनों ने शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया, लेकिन कुत्तों के भौंकने पर शव गली के नुक्कड़ पर रखकर फरार हो गए थे।