गैंगस्टर कौशल को सजा दिलाना आसान नहीं….

फरीदाबाद : हरियाणा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी की हत्या मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है और काफी कम वक्त में चार्जशीट तैयार कर अदालत में पेश कर दी है। इस मामले को सुलझाने व गैंगस्टर कौशल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। अब आरोपितों को सजा दिलाने की राह भी आसान नहीं है।

सूत्रों के मुताबिक मजबूत गवाह मिला पुलिस के सामने बड़ी चुनौती रही। काफी कोशिश के बाद पुलिस चार्जशीट में गिने-चुने गवाह ही शामिल कर पाई। इनमें भी चश्मदीद गवाह केवल एक है, जिसके टूटने आशंका बहुत ज्यादा है। बाकी गवाहों में पुलिस ने विकास चौधरी के परिजनों को शामिल किया है, वे भी शव की शिनाख्त की गवाही तक सीमित हैं। एसआइटी के सूत्रों का कहना है कि मामले में काफी गवाह हो सकते थे, मगर गैंगस्टर कौशल का नाम सुनकर कोई भी सामने नहीं आना चाहता। बचाव पक्ष अदालत में इसका फायदा उठाने से नहीं चूकेगा।

 

एसआइटी के सूत्रों का कहना है कि सबूतों की ²ष्टि से भी विकास चौधरी हत्या का केस बहुत ज्यादा मजबूत नहीं दिख रहा। सीसीटीवी कैमरे में विकास माले और सज्जन उर्फ भोलू विकास चौधरी को गोली मारते दिख रहे हैं। इनके अलावा बाकी आरोपितों का हत्याकांड से कनेक्शन साबित करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित होगी। केस में सबसे बड़ा पेंच यह है कि पुलिस के पास ऐसी कोई ऑडियो रिकॉर्डिंग नहीं है, जिसमें गैंगस्टर कौशल विकास चौधरी से रंगदारी मांग रहा हो। गैंगस्टर कौशल व विकास चौधरी के बीच फोन पर बातचीत होने का भी रिकॉर्ड नहीं है। हत्या के दौरान विकास माले व सज्जन उर्फ भोलू के अलावा पांच आरोपित घटनास्थल पर मौजूद थे, मगर उनकी मौजूदगी साबित करना भी आसान नहीं है, क्योंकि वे कहीं सीसीटीवी में कैद नहीं हुए। कोई चश्मदीद नहीं है। गैंगस्टर कौशल बाकी आरोपितों से वॉट्स-एप कॉलिग से बातचीत करता था, ऐसे में उनका उसके साथ कनेक्शन साबित करना भी आसान नहीं होगा। अहम हो सकती है ऑडियो रिकॉडिग

एसआइटी से जुड़े एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि भले ही गवाह व सबूत पर्याप्त नहीं हैं, मगर कुछ चीजें ऐसी हैं जोकि सजा दिलाने में अहम होंगे। गैंगस्टर कौशल ने विकास चौधरी की हत्या के बाद एक कारोबारी को रंगदारी के लिए रिकॉर्डेड ऑडियो भेजा था। जिसमें वह कहते सुनाई दे रहा है कि विकास चौधरी को मार दिया है। कौशल के खिलाफ केवल यह ऑडियो ही सबसे अहम सबूत है। इसके अलावा कई अन्य सबूत हैं, जिन्हें पुलिस समय आने पर सामने लाने की बात कह रही है।