अधिवक्ता न्यायालय में विचाराधीन केसों की वह धूरी होता है, जो अपने क्लाइंट को अदालत से न्याय दिलवाने में अहम भूमिका निभाता है

फरीदाबाद, 24 सितंबर।
 अधिवक्ता न्यायालय में विचाराधीन केसों की वह धूरी होता है, जो अपने क्लाइंट को अदालत से न्याय दिलवाने में अहम भूमिका निभाता है।  इसलिए अधिवक्ता  का  क्लाइंट पर विश्वास बना रहना अति आवश्यक है।
 यह बात हरियाणा विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं न्यायधीश श्री प्रमोद गोयल ने स्थानीय न्यायालय परिसर में आयोजित पैनल अधिवक्ताओं के साथ बैठक को संबोधित करते हुए कही।उन्होंने यह भी कहा कि जरूरतमंद लोगों को  लीगल एड के बारे में अवश्य बताएं तथा  कैपो और  सेमिनार के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाए जा रहे कानूनी  जागरूकता अभियान बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दे।  राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री प्रमोद गोयल ने जिला न्यायालय में पैरा लीगल वालंटियर व पैनल अधिवक्ताओं के साथ बैठक करके उन्हें दिशा निर्देश भी दिए और अधिवक्ताओं की समस्याओं के बारे में जानकारी ली।  उन्होंने  जिला न्यायालय में बनने वाले ए डी आर सेंटर  की जगह का निरीक्षण किया तथा भरोसा दिलाया कि शीघ्र अति शीघ्र निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
  उनके साथ जिला सत्र एवं न्यायधीश तथा चैयर मैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री  दीपक गुप्ता  श्री दीपक गुप्ता, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी कम ज़िला लीगल सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती मोना सिंह व  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
  श्री प्रमोद गोयल ने स्थानीय  जिला नीमका जेल का भी  निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पर  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा स्थापित लीगल एड क्लीनिक का निरीक्षण करके नीमका जेल की व्यवस्थाओं के बारे में देखा। तत्पश्चात उन्होंने  बंदियों की समस्याओं के बारे में जानकारी ली।