राज्यव्यापी आन्दोलन का ऐलान
फरीदाबाद, 20 सितम्बर। नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने आज बीके चौक स्थित यूनियन कार्यालय में प्रैस वार्ता कर ईको ग्रीन कम्पनी द्वारा गैर कानूनी ढंग से 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने व सरकार तथा संघ के बीच 30 अगस्त को हुई वार्ता में मानी हुई मांगों को लागू न करने का आरोप लगाते हुए राज्यव्यापी आन्दोलन का ऐलान किया। आन्दोलन के प्रथम चरण में कल शनिवार 21 सितम्बर को प्रदेश के सभी 22 जिलों में ईको ग्रीन कम्पनी का पुतला दहन किया जाएगा तथा 24 सितम्बर को राज्यव्यापी आन्दोलन व हड़ताल का नोटिस सभी जिला उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए सरकार को भेजा जाएगा। श्री शास्त्री ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने फरीदाबाद ईको ग्रीन के 300 कर्मचारियों सहित 24 मई की हड़ताल के समझौते के बाद विभिन्न पालिका, परिषदों व नगर निगमों से निकाले गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर न लेकर 30 अगस्त के समझौते को तोड़ दिया है तथा सफाई, सीवर व फायर का ठेका समाप्त किए जानेे वाले पत्र में 24 मई 2018 को कर्मचारी ड्यूटी पर होने की शर्तें लगाकर प्रदेश के हजारों कर्मचारियों को ठेकेदारों का शोषण सहन करने के लिए छोड़ दिया है, जबकि फैसले के अनुसार जो कर्मचारी 30 अगस्त को ड्यूटी पर थे उन सभी को ठेकेदारी से मुक्त कर विभाग के रोल पर रखा जाना चाहिए था। इसी प्रकार सरकार ने सभी सफाई कर्मचारियों को 15 हजार रूपए का वेतन लागू न करके कर्मचारियों के साथ धोखा किया है तथा समझौते में मानी हुई मांगों के पत्र भी सरकार ने जारी नहीं किए।
आज की प्रैस वार्ता में नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री के साथ संघ की प्रदेेश उपाध्यक्ष ब्रजवती, संघ की केन्द्रीय कमेटी के नेता सुभाष फेटमार, सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा के जिला सचिव बलवीर सिंह बालगुहेर, नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के जिला प्रधान गुरचरण खाण्डिया व जिला सचिव नानकचंद खैरालिया आदि मौजूद थे।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला सचिव बलवीर सिंह बालगुहेर, नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के जिला प्रधान गुरचरण खाण्डिया व जिला सचिव नानकचंद खैरालिया ने ईको ग्रीन कम्पनी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ईको ग्रीन कम्पनी द्वारा श्रम कानूनों का जमकर उल्लंघन किया जा रहा है। चाईनीज कम्पनी भारत सरकार द्वारा बनाए गए श्रम कानूनों को नहीं मानती। 300 कर्मचारियों का लगभग 50 लाख रूपए ईएसआई व ईपीएफ का बनता है जोकि उनके खातों में जमा नहीं किया गया और नगर निगम के अधिकारियों से सांठ-गांठ कर निगम के संसाधनों का जमकर दुरूपयोग किया जा रहा है। फरीदाबाद शहर में निकलने वाले कूड़े में मिट्टी मिलाकर वजन बढ़ा दिया जाता है जो सारे फरीदाबाद शहर की जनता द्वारा निगम को दिए गए टैक्स की लूट है और व्यवसायिक संस्थान, घरेलू कूड़े को उठाने के नाम पर भी जनता से अवैध वसूली की जा रही है।
कर्मी नेताओं ने कहा कि पूर्व कमिश्नर द्वारा इस चाईनीज कम्पनी ईको ग्रीन के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर सरकार को भेजी गई थी, लेकिन आज तक इस संदर्भ में कम्पनी पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। नेताओं ने फरीदाबाद के सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं पर शहर को लूटता हुआ देख चुप्पी साधने पर भी सवाल उठाए।