शोयल हेल्थ कार्ड बनाने का तीसरा चरण शुरू
पलवल, 18 सितंबर। पलव में शोयल हेल्थ कार्ड बनाने का तीसरा चरण बुधवार से शुरू कर दिया गया। भूमि एवं जल परीक्षण प्रयोगशाला में मिट्टी-पानी की जांच की जा रही है। यह जानकारी देते हुए परियोजना अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि दूसरे चरण में बनाए गए शोयल हेल्थ कार्ड के वितरण का कार्य चल रहा है। किसान शोयल हेल्थ कार्ड बनवाकर भूमि में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानकारी हांसिल करने के बाद ही खादों का प्रयोग करें।
प्रदीप कुमार ने बताया कि किसान खेतों में जैविक व हरी खाद का प्रयोग कर भूमि की ऊर्वरक शक्ति को बढाऐं। क्योंकि भूमि के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए शोयल हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे है। भूमि एवं जल परीक्षण प्रयोगशाला में किसान मुफ्त में मिट्टी व पानी की जांच करवा सकते है। मिट्टी व पानी की जांच के बाद भूमि में पौषक तत्वों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। मिट्टी व पानी की जांच के बाद किसानों को शोयल हेल्थ कार्ड जारी किया जाएगा। शोयल हेल्थ कार्ड में देखकर किसान यह पता लगा सकता है कि भूमि में किस पोषक तत्व की कमी है। भूमि की जरूरत के हिसाब से पोषक तत्वों की भरपाई के अनुसार ही जैविक व रसानिक खादों का प्रयोग करें। ऐसा करने से फसलों के उत्पादन में बढोत्तरी होगी और किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। उन्होंने बताया कि जिले के किसानों को शोयल हेल्थ कार्ड के बारे में जागरूक किया जा रहा है। भूमि एवं जल परीक्षण प्रयोगशाला में मिट्टïी व पानी की जांच के दूसरे चरण में अब तक करीब 1 लाखा 22 हजार 800 कार्ड बनाए गए है, जिनके वितरण का कार्य चल रहा है। इसके साथ ही शोयल हेल्थ कार्ड बनाने का तीसरा चरण शुरू कर दिया गया है। फील्ड स्टॉफ भूमि व जल के नमूने एकत्रित कर रहे है। उन्होंने कहा कि कोई भी किसान भूमि एवं जल परीक्षण प्रयोगशाला में आकर नि:शुल्क मिट्टी व पानी की जांच करवा सकता है।