किसान मेले में दिए आय दोगुणा करने के टिप्स

पलवल, 13 सितंबर। नेताजी सुभाषचंद बोस स्टेडियम में शुक्रवार को आयोजित हुए रबी किसान मेले में जिले के किसानों ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। मेले का आयोजन केंद्रीय मृदा लावणता अनुसंधान संस्थान एवं कृषि विभाग हरियाणा की ओर से किया गया। मेले का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष महेरचंद गहलौत ने किया। मेले में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी व हरियाणा के कृषि मंत्री ओपी धनखड़ को आना था, लेकिन दोनों में से कोई भी नहीं पहुंचा। जिसके चलते किसानों को निराशा का सामना करना पड़ा।
गलौत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के लवण एवं जल तनाव ग्रसित क्षेत्रों में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान एक अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि खेती से आय बढ़ाने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण हेतु क्षेत्र के किसानों को इस संस्थान द्वारा विकसित एकीकृत खेती मॉडल को अपनाना चाहिये। मेले में लवण प्रभावित मिट्टी और पानी की उत्पादकता बढ़ाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। गहलौत ने किसानों को तकनीकियों के प्रयोग द्वारा आय बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अनुसंधानकर्ताओं, किसानों, सरकारी एजेंसियों और कृषि उद्योगों में परस्पर तालमेल को बढ़ाकर कृषि उत्पादकता में बढ़ोत्तरी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि कृषि को मुनाफे का व्यवसाय बनाने के लिये भारत सरकार ने हाल ही में कई महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे मृदा स्वास्थ्य कार्ड स्कीम, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की है। जिससे किसानों को और भी सक्षम बनाया जा सके। संस्थान के निदेशक डॉ. प्रबोध चंद्र शर्मा ने किसानों को बताया कि इस क्षेत्र के किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिये अधिक लाभप्रद उद्यमों जैसे बागवानी, डेयरी, मछली पालन एवं फूडप्रोसेसिंग को अपनाना चाहिये। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 किसानों की आय दोगुनी करने हेतु सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के अधिकाधिक अंगीकरण हेतु किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता है। रबी किसान मेले में मुख्य रुप से भाजपा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह सौरोत व पूर्व विधायक रामरतन ने भी संबोधित किया। मेले के अवसर पर पांच प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित भी किया गया।