रामलीला के मंच पर फिल्मों की तरह रीटेक नहीं होता-हरीश चन्द्र आज़ाद

फरीदाबाद, 9 सितंबर। श्री धार्मिक लीला कमेटी 5 न बर एम ब्लाक एन आई टी रामलीला के र्निदेशक हरीश चन्द्र आज़ाद ने बताया कि आज रामलीला के अ यास में रावण-सीता संवाद ,रावण-अंगद संवाद और बाली सुग्रीव संवादों का अ यास किया । रावण का अभिनय कर रहे तेजिन्द्र खरबंदा और सीता का अभिनय कर रही उनकी बेटी रिद्वी खरबंदा ने अपने अभिनय के कड़े अ यास से वहाँ उपस्थित कलाकारों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया और रावण अंगद संवादों ने अंगद का अभिनय कर रहे रावण बन रहे तेजिन्द्र खरबंदा के भाई पंकज खरबंदा एक दुसरे पर तीखे कटाक्ष करते हुए अभिनय में जान डाल दी इस सीन में मेघनाथ के रोल में पंकज बत्तरा व निकु भ का अभिनय निभा रहे नवीन बत्तरा ने भी अपने अभिनय पर पसीना बहाया ।र्निदेशक हरीश चन्द्र आज़ाद ने बताया कि रामलीला का कलाकार ही रंगमंच का स ेपूर्ण कलाकार होता है क्योंकि रामलीला के मंच पर फिल्मों की तरह रीटेक का मौका नही मिलता यहाँ कलाकार कों गलती करने पर उसे सुधारने का मौका नही मिलता इसलिये कलाकार अ यास करके किसी गलती की गुजांईश नही छोडंते । आज बाली और सुग्रीव के युद्व का भी अ यास करवाया गया बाली के किरदार में नरेश चावला ने सुग्रीव का अभिनय कर रहे अमित नागपाल को अपनी पीठ पर ऊठाकर पटकने का खुब अ यास किया ।े