तिगांव कॉलेज के प्राचार्य पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में छात्र संगठनो ने किया कक्षाओं का बहिष्कार
-जानलेवा हमले के बाद छात्र संगठनों ने उठाये खट्टर सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
फरीदाबाद। 4 सितंबर को तिगांव कॉलेज के प्रिंसिपल इक़बाल सिंह सिंधु पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में समस्त छात्र संगठनों ने मिलकर विरोध करते हुए पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज में कक्षाओं का बहिष्कार किया। इस प्रदर्शन में एनएसयूआई से हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री, एएसीएस से अनिल चेची, डीएएसएफआई से ललित कुमार मुख्य रूप से शामिल हुए। बीते बुधवार को तिगांव कॉलेज के प्रिंसिपल इक़बाल सिंह सिंधु पर कॉलेज से वापिस आते समय मोटरसाईकल सवार बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया तथा हमला करने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। इस सारे घिनोने कृत्य की सीसीटीवी फुटेज भी आ चुकी है लेकिन अभी तक पुलिस एक भी अपराधी को पकड़ नही पाई है। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए समस्त संगठनों ने आज नेहरू कॉलेज में कक्षाओं का बहिष्कार किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा इक़बाल सिंह सिंधु पर हुए जानलेवा हमले ने न केवल प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है बल्कि खट्टर सरकार की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। इस घटना के बाद से तमाम छात्रों और अध्यापकों में दहशत बैठी हुई है।
छात्रों का कहना है कि जिस प्रदेश में शिक्षा की अलख जगाने वाले कॉलेजों के प्राचार्य ही सुरक्षित नही है उसमें आम व्यक्ति और छात्रों की सुरक्षा कैसे हो सकती है। समस्त छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे डालना चाहिए और उन्हें इस घिनोने कृत्य के लिए कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। छात्र संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते अगर अपराधियों को जेल के अंदर नही डाला गया तो छात्र बड़ा आंदोनल करने से भी पीछे नही हटेंगे और जो सरकार छात्रों एवं अध्यापकों को सुरक्षा नही दे सकती उसे विधानसभा चुनावों में सत्ता से बाहर खदेड़ने का काम करेंगे।इस मौके पर एनएसयूआई से अजित त्यागी, सन्नी बादल, विक्रम यादव, विवेक शर्मा, राहुल वर्मा, विशाल वशिष्ठ, शिवम, अमन, खुशबू, हेमा तथा एएसीएस से सैंडी बैसला और डीएएसएफआई से बॉबी, शंकर तथा अन्य सैंकड़ो छात्र मौजूद थे।