प्राईवेट हास्पिटलों के फ्री मेडिकल चेकअप कैंप मात्र मरीजों को फांसने का तरीका
मैडीकल चैक अप कैंपस की सच्चाई।मात्र मरीजों को फांसने का तरीका।
फरीदाबाद।बी डी कौशिक मुख्य संपादक मातृभूमि संदेश न्यूज नेटवर्क।
फरीदाबाद में आजकल लगभग सभी बड़े प्राइवेट हॉस्पिटलस जगह जगह मैडीकल चैक अप कैंप आयोजित कर रहे हैं इनमें कुछ सामाजिक संगठन और आर डब्ल्यू ए भी हिस्सा ले रहे हैं
अब इनकी सच्चाई क्या है उससे आपको अवगत कराते हैं ये कैंप मात्र ढकोसला है फ्री चैक अप के नाम पर ये लोग महज आपका शूगर और बीपी चेक करते हैं और बाकी चैक अप के लिए जो महंगे टैस्ट होते हैं मरीज को अस्पताल आने को कहते हैं फिर होता है मरीजों के शोषण का कार्यक्रम।हां इसमें वो फ्री ओपीडी कार्ड या लैब और डायग्नोस्टिक चैक पर कुछ प्रतिशत डिस्काउंट का लालच ।और मरीज इनके झांसें मे आकर अपनी खाल उतरवा लेते हैं।
आजकल ऐसे फ्री मैडीकल चैक अप कैंप आयोजित करने की होड़ लगी हुई है
एक नया ट्रेंड और चला है अगर कोई डाक्टर कोई कथित गंभीर आपरेशन कर दे तो मरीज के साथ उसकी फोटो अखबार में छपवायी जाती है।
अगर ये हास्पिटल और सामाजिक संस्थाएं सचमुच में गरीब लोगों की मदद करना चाहती हैं तो सरकार द्वारा निर्धारित 25% मरीजों का फ्री इलाज करें।ना कि ये फ्री मेडिकल चेकअप कैंपो के ढकोंसले,आज कल ये सभी जान चुके हैं कि ये कैंप मरीज रुपी भेड़ों को हास्पिटल ले जाकर हलाल करने से ज्यादा कुछ नहीं है
और हास्पिटल मालिकों के दो नहीं, तीनों हाथों में लड्डू होते हैं एक तो सीएसआर फंड सैटल हो जाता है जिसमे एक रुपया खर्च कर सौ रुपये सैटल हो जाते हैं दूसरा हास्पिटल को मरीज मिल जाते हैं तीसरा मुफ्त की प्रसिद्धि भी मिल जाती है और कथित एनजीओ इस बहाने सरकार द्वारा जनकल्याण के लिए दी राशि को ठिकाने लगा लेते हैं।
इसलिए मेरी सामाजिक संस्थाओं,गैर सरकारी संगठनों और हास्पिटल से गुजारिश है कि अगर सचमुच में मरीजों को राहत पहुंचाने की इच्छा है तो इन कैंपों में दवाई,लैब और डायग्नोस्टिक चैक अप फ्री करवायें,