कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान कर्णजीत सिंह चौहान को इंडोनेशिया में मिलेगा अंतरराष्ट्रीय अवार्ड

विश्वस्तर पर एक ही किसान को मिलता है अवार्ड, अंतर्राष्टï्रीय ड्रैनेज एवं सिंचाई संस्था की तरफ से 4 सितम्बर को दिया जाएगा अवार्ड, पिहोवा का नाम होगा पूरे विश्व में रोशन, कुरुक्षेत्र के किसानों का बढ़ेगा मान
पिहोवा/कुरुक्षेत्र 30 अगस्त कुरुक्षेत्र के गांव गुमथला गढु के प्रगतिशील किसान कर्णजीत सिंह च_ïा को बेशकीमती पानी और बिजली बचाने के लिए सौलर पावर प्रोजैक्ट पर आधारित सूक्ष्म सिंचाई के लिए इंडोनेशिया में अंतर्राष्टï्रीय अवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान अंतर्राष्टï्रीय ड्रैनेज एवं सिंचाई संस्था (आईसीडीआई) द्वारा 4 सितम्बर 2019 को दिया जाएगा। अहम पहलु यह है कि पूरे विश्व में केवल एक किसान को ही यह अवार्ड देकर सम्मानित किया जाता है। इस अवार्ड के लिए गुमथला गढु के किसान कर्णजीत सिंह च_ïा को चुने जाने पर पिहोवा के साथ-साथ हरियाणा के किसानों का मान पूरे विश्व में बढ़ा है। इतना ही नहीं इसका श्रेय मुख्यमंत्री मनोहर लाल और काडा प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी और स्थानीय कार्यकारी अभियंता नीरज शर्मा को भी जाता है, जिनके प्रयासों से ही प्रगतिशील किसान कर्णजीत सिंह च_ïा ने हरियाणा के पहले सूक्ष्म सिंचाई पायलट प्रोजैक्ट को अपने खेतों में स्थापित करने की इच्छा जताई थी। इस उपलब्धि पर उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने भी प्रगतिशील किसान और विभागीय अधिकारियों को बधाई दी है।
काडा के कार्यकारी अभियंता नीरज शर्मा ने शुक्रवार को बातचीत करते हुए कहा कि काडा हरियाणा द्वारा डेरा फतेह सिंह गुमथला गढू गांव में गत दो वर्ष से धान प्रदर्शन प्लांट कर्णजीत सिंह च_ïा के खेत में लगाया गया है। इस प्रदर्शन प्लांट में धान की बिजाई, सीधी बिजाई द्वारा, मशीन द्वारा व परम्परागत तरीके से की जाती है तथा सिंचाई के लिए सूक्ष्म सिंचाई विधियों जैसे स्प्रिक्लर विधि, ड्रिप विधि व खुला पानी तुलनात्मक दृष्टिï से अपनाई गई है। यह सारा सिस्टम सोलर पावर प्रोजैक्ट पर आधारित है। इस सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए कर्णजीत सिंह च_ïा ने अपनी जमीन अपनी इच्छा से दी है। पहले वर्ष 2018 में धान का उत्पादन लगभग 2.5 क्विंटल बढा है एवं पानी की बचत लगभग 50 प्रतिशत हुई है। इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार 2019 व 2020 में भी यह प्रायोगिक प्लांट जारी रखने की मंजूरी दी है। इस कार्य में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय कौल जैन इरिगेशन सिस्टम जलगांव भी सहयोग कर रहे है।
उन्होंने कहा कि धान के प्रायोगिक प्लांट के निरीक्षण के लिए कई गांव के किसान कई विभागों के अधिकारी व देश-विदेश के विशेषज्ञों ने समय-समय पर प्रायोगिक प्लांट पर आए और निरीक्षण किया। इसी कडी में अंतर्राष्टï्रीय ड्रैनेज एवं सिंचाई संस्था ने भी निरीक्षण किया और काडा व कर्णजीत सिंह च_ïा के प्रयासों को सराहना की है। इन तमाम पहलुओं को जहन में रखते हुए अब अंतर्राष्टï्रीय डैनेज एंव सिंचाई संस्था ने हरियाणा से कर्णजीत सिंह च_ïा को इस कार्य हेतु अवार्ड देने का निश्चय किया है यह अवार्ड विश्व स्तर पर एक ही किसान को दिया जाता है और कर्णजीत सिंह च_ïा इस अवार्ड को 4 सिंतबर 2019 को बाली इंडोनेशिया में प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिहोवा में सूक्ष्म सिंचाई प्रोजैक्ट की आधारशिला 17 मई 2016 को रखी थी और प्रगतिशील किसान कर्णजीत सिंह च_ïा के खेतों में लगाए प्रोजैक्ट पर सरकार की तरफ से 75 लाख रुपए खर्च किया गया। इस पायलट प्रोजैक्ट की सफलता के बाद सरकार की तरफ से पूरे हरियाणा में कुल 14 प्रोजैक्ट स्थापित किए गए है और इन प्रोजैक्टस पर सरकार ने करीब 30 करोड़ रुपए की राशि खर्च की है।