कांग्रेस नेता गुलाम नबी ने फिर दोहराया, ‘सरकार निर्णय वापस ले’
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के मुख्य प्रावधानों को हटाए जाने के बाद विशेष राज्य का दर्जा खत्म हो गया है। केंद्र सरकार के इस बड़े कदम के बाद घाटी के नेताओं में खलबली मची है। देशभर में इस मुद्दे पर जारी सियासत के बीच एक बार फिर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने अपना पुराना राग अलापा है।
गुलाम नबी ने कहा कि ‘मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनके द्वारा लिया गया गलत निर्णय वापस लिया जाए। ये एक बार फिर सिद्ध हो गया है क्योंकि इससे राज्य में कोई भी खुश नहीं है। ऐसा निर्णय वापस लिया जाना चाहिए। राजनेताओं को छोड़ा जाना चाहिए और सामान्य हालात बनाए जाना चाहिए।’
बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त को राज्यसभा में संकल्प पत्र पेश करने के साथ ही जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने का विधेयक पेश किया था। इसके पारित होने और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ये कानून बन चुका है। इसी के बाद से देश और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सियासत गरमाई हुई है।
घाटी में स्थिति का सामान्य बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर रखा है। वहीं घाटी के माहौल को खराब करने की आशंका के चलते कई नेताओं को नजरबंद किया गया था। हालांकि अब धीरे धीरे हालात सामान्य होने के बाद सरकार द्वारा सिलसिलेवार ढील देने की शुरुआत कर दी गई है।