जिला प्रशासन ने चलाया पॉलीथिन मुक्त अभियान
पलवल, 17 अगस्त। जिले में स्व‘छ भारत मिशन व जल शक्ति अभियान के तहत शनिवार को प्लास्टिक व पॉलीथिन मुक्त अभियान चलाया। स्व‘छता अभियान डीसी यशपाल यादव के नेतृत्व में चलाया गया, जिसमें स्वंय डीसी ने भी रास्ते में पड़े पॉलीथिन के बैगों को उठाकर एक स्थान पर एकत्रित किया। इसके बाद हुडा सेक्टर-दो में पौधारोपण किया। डीसी यशपाल यादव ने शनिवार सुबह साधुराम मंदिर हुडा सेक्टर-दो के प्रांगण में पौधारोपण करने के बाद मंदिर के पास से पॉलीथिन, प्लास्टिक तथा अन्य प्रकार का सूखा एवं गिला कूड़ा अलग-अलग जगह एकत्रित कर श्रमदान किया। उनके साथ शहर की समाजिक संस्थाओं के अलावा गणमान्य नागरिकों ने भी श्रमदान कर जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए इस अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। उपायुक्त ने कहा कि आज के इस अभियान में जिला के अन्य क्षेत्रों में अधिकारियों, कर्मचारियों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं, पंचों-सरपंचों, स्काउटस एंड गाइड्स के ब‘चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और अपने-अपने वार्डो, गांवों, विद्यालयों, सब्जी मंडी व अनाज मंडी आदि क्षेत्रों में से प्लास्टि व पॉलीथिन एकत्रित कर स्व‘छता का कार्य किया जा रहा है। डीसी ने बताया कि आज एकत्रित किए जाने वाले प्लास्टिक को गुडगांव की केके प्लास्टिक द्वारा यहां से लेकर प्लास्टिक का प्रयोग सडक़ आदि अन्य कार्यों में इसको इस्तेमाल में लाया जाएगा। डीसी के नेतृत्व में हिन्दुस्तान स्काउटस एवं गाइड्स के तत्वावधान अनाज मंडी व सब्जी मंडी में स्व‘छता अभियान चलाया गया। जिसके बाद डीसी ने सब्जी मंडी में सब्जी व फल बेचने वालों को अपने आस-पास के क्षेत्र को स्व‘छ रखने के बारे में जागरूक किया तथा गिला व सूखा कूड़ा अलग-अलग डस्टबिन में एकत्रित करने के लिए निर्देश दिए। हिन्दुस्तान स्काउटस एंड गाइड्स जिलाध्यक्ष डॉ. कर्नल राजेंद्र रावत, सचिव रिशाल सिंह, डीओसी वीरेंद्र सिंह, डॉ. रूप सिंह, मार्किट कमेटी के चेयरमैन रणबीर सिंह मनोज, गुडगांव से केके प्लास्टिक अध्यक्ष रसूल खान, मानव सेवा समिति की अध्यक्ष सीता वर्मा, क्लीन एंड ग्रीन पलवल से नमीता तायल, जयश्री जिंदल, सुनीता शर्मा, पूनम बंसल, संगीता गर्ग, विनोद जिंदल, बंशीधर मुखिजा, अर्जुन विरमानी, वीरपाल दीक्षित, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक बघेल, जिला रैडक्रास सचिव बिजेंद्र सौरोत सहित सभी सरकारी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा स्कूलों के स्टाफ व ब‘चों ने श्रमदान कर अपना योगदान दिया।